Thu, 22 Jan 2015 08:56:41 | Rajasthan Hindi News
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जयपुर। प्रदेशभर के विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर। अब विषयवार एक समान उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग और आर्थिक पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को फीस पुनर्भरण के रूप में दी जाने वाली छात्रवृत्ति को पाठ्यक्रम के अनुसार निर्धारित कर दिया है। पहले राज्यभर में एक ही पाठ्यक्रम के लिए फीस पुनर्भरण के रूप में छात्रवृत्ति की अलग-अलग राशि दी जा रही थी।
सामाजिक न्याय मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने बताया कि छात्रवृत्ति मामलों में लगातार मिल रही शिकायतों के कारण 1016 पाठ्यक्रमों की फीस पुनर्भरण की राशि निर्धारित कर दी गई है। सबसे कम फीस आईटीआई की चार हजार और सर्वाधिक डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की छह लाख तय की गई है।
अब छात्रवृत्ति सीधे बैंक खाते में
छात्रवृत्ति ऑनलाइन विद्यार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित होगी। नई प्रकिया में लिपिकों का एकाधिकार खत्म होने से छात्रवृत्ति की राशि सही समय पर मिल पाएगी, जबकि अब तक अधिकारी और लिपिक मनमर्जी से छात्रवृत्ति स्वीकृत कर रहे थे।
पत्रकारिता के छात्र असमंजस में
छात्रवृत्ति निर्धारण में विभाग की लापरवाही का खमियाजा पत्रकारिता के छात्रों को भुगतना पड़ेगा। विभाग एक ओर जहां पत्रकारिता की मास्टर डिग्री के लिए 44 हजार फीस देगा तो वहीं बैचलर डिग्री के लिए मात्र आठ हजार की फीस निर्घारित की है।
पाठ्यक्रम-छात्रवृत्ति
बी.टेक-59 हजार
एम.टेक-59 हजार
एम.एससी-49 हजार
एमबीए-44 हजार
एलएलएम-8 हजार
पाठ्यक्रम-छात्रवृत्ति
एलएलबी-7 हजार
एम.ए-8 हजार
एम.कॉम-8 हजार
मासकॉम-44 हजार
पीएचडी-22 हजार
पाठ्यक्रम-छात्रवृत्ति
इंटीग्रेटेड एमएससी- 25 हजार
एम.एड-22,450 हजार
डिप्लोमा कोर्सेज-15 हजार
पीजी डिप्लोमा-8 हजार
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग और आर्थिक पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को फीस पुनर्भरण के रूप में दी जाने वाली छात्रवृत्ति को पाठ्यक्रम के अनुसार निर्धारित कर दिया है। पहले राज्यभर में एक ही पाठ्यक्रम के लिए फीस पुनर्भरण के रूप में छात्रवृत्ति की अलग-अलग राशि दी जा रही थी।
सामाजिक न्याय मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने बताया कि छात्रवृत्ति मामलों में लगातार मिल रही शिकायतों के कारण 1016 पाठ्यक्रमों की फीस पुनर्भरण की राशि निर्धारित कर दी गई है। सबसे कम फीस आईटीआई की चार हजार और सर्वाधिक डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की छह लाख तय की गई है।
अब छात्रवृत्ति सीधे बैंक खाते में
छात्रवृत्ति ऑनलाइन विद्यार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित होगी। नई प्रकिया में लिपिकों का एकाधिकार खत्म होने से छात्रवृत्ति की राशि सही समय पर मिल पाएगी, जबकि अब तक अधिकारी और लिपिक मनमर्जी से छात्रवृत्ति स्वीकृत कर रहे थे।
पत्रकारिता के छात्र असमंजस में
छात्रवृत्ति निर्धारण में विभाग की लापरवाही का खमियाजा पत्रकारिता के छात्रों को भुगतना पड़ेगा। विभाग एक ओर जहां पत्रकारिता की मास्टर डिग्री के लिए 44 हजार फीस देगा तो वहीं बैचलर डिग्री के लिए मात्र आठ हजार की फीस निर्घारित की है।
पाठ्यक्रम-छात्रवृत्ति
बी.टेक-59 हजार
एम.टेक-59 हजार
एम.एससी-49 हजार
एमबीए-44 हजार
एलएलएम-8 हजार
पाठ्यक्रम-छात्रवृत्ति
एलएलबी-7 हजार
एम.ए-8 हजार
एम.कॉम-8 हजार
मासकॉम-44 हजार
पीएचडी-22 हजार
पाठ्यक्रम-छात्रवृत्ति
इंटीग्रेटेड एमएससी- 25 हजार
एम.एड-22,450 हजार
डिप्लोमा कोर्सेज-15 हजार
पीजी डिप्लोमा-8 हजार